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जाने क्या आरजू है

रुसवा होने की ताकत अभी बाकी है।

हर्फ़ ए दिल

रूह को आज़ाद कीजे

उसका चेहरा

जिनको अपना कहा

मेरी गैरत

कौन है जो दिल मे आया है

महफ़िल में मौजूदगी उनकी

एक मुद्दत के बाद

जो मेरा अपना है

वो एक मंजर

बस एक इंतेज़ार में

तेरी मेरी कहानी का

हाँ मैंने नेताजी को लड़ते देखा है

नेताजी

मुझे न बतलाओ की ये हिंदुस्तान किसका

शमशीर के आगे आने की गर्दन ने हिमाकत की है

अब हिसाब नही करते

बड़े दिनों के बाद

जो बिखर गया है

नामंजूर किया होगा

वो हमसे छुपाने लगे है

सबकी नजर में तो हूँ

चंचल मोहक सी है राधा, कान्हा भोले भाले है

जादू टोना

खुदा ही जाने

बिना बताए नही जाऊंगा

तू ही चाहत तू ही मोहब्बत

आशियाना बना कर देख

पानी की डूबा कर देखा

शहरी अखबार

कान्हा रे

मेरे साथ तो नही

नशा सा

कसम से शिकायत है तुमसे सनम

अर्जुन असमंजस

आया रे आया गणपति आया

मोटू गणेशा

सच्चाई नही दिखती

चाँद देखने के बहाने तेरा दीदार करता हूँ

आग को गले लगाए बैठा हूँ

मौसम सुहाना चाहिए

कब से ख्वाब तुम्हारे

आ आंखों में थकान आती है

वो बस मुस्कुराती है

थोड़ा और

भरम रखा जाए

मुझे जरूरत नहीं

मेरा हाथ पकड़ के चलने वाला अब कलन्दर बन गया है