भरम रखा जाए
ये जरूरी है कि सबकी आंखों का भरम रखा जाए
दिल खुश हो या न हो,चेहरा खुश हरदम रखा जाए
जो हमसफर है उनका भी साथ पकड़ कर चल,पर
जिनसे सहारा न मिले उनके कंधे पे सर रखा जाए
मंजिल फतेह करने का बस यही एक फलसफ़ा है
जहां कोई रास्ता ना हो वहाँ भी कदम रखा जाय
मैं थक चुका हूँ एक तुम्ही से वफ़ा निभाते निभाते
अब सोचता हूँ पास में दो चार हमदम रखा जाए
जो तुम चाहते हो हमारा खैर मकदम करना,तो
जाम , कुछ चखना और एक चिलम रखा जाए
इससे पहले की इस दुनिया से रुख्शत हो जाऊं में
मैं प्यासा हूँ मेरे होठो पे मैखाने जमजम रखा जाए
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