सबकी नजर में तो हूँ
तुम्हारे दिल मे न सही तुम्हारे शहर में तो हूँ
यहाँ के किसी महल में नही पर मैं घर मे तो हूँ
सबकी खबर रखने वाले सब बेखबर है तुझसे
मैं बेखबर ही सही पर सबकी खबर में तो हूँ
थमा थमा सा लगता है तुम्हारा ये सफरनामा
धीरे धीरे ही सही पर मैं किसी सफर में तो हूँ
एक नाम के लिए गुमनाम होने वाले मुसाफिर
मैं बेनाम ही सही पर सबकी नजर मे तो हूँ
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