वो कॉलेज की लड़की

कॉलेज का हर चेहरा अब बस  तेरा चेहरा लगता
दिल पर हमारे  बस तेरी यादों का पहरा लगता है

जब से तुम इस क्लास मे मेरे साथ बैठनी लगी हो
तब से मैथ का  लेक्चर भी बड़ा सुनहरा लगता है

न जाने पहली ही मुलाकात में क्या असर हुआ है
लव अपना केमेस्ट्री के फार्मूले सा गहरा लगता है 

जियोग्राफी हो या हो हिस्ट्री कुछ पता नहीचलता
पीरियड कोई भी हो मुझे तो ये सब ठहरा लगता है

जब  तुम होती हो तो सब खिला खिला रहता है
तुम न हो तो कैंटीन का गार्डन भी सहरा लगता है

हिंदी  की पोयम्स सा  मैं तुझको पढ़ना चाहता हूँ
तेरा तराशा  ये  बदन मुझे  कोई शोअरा लगता है

जो तुम्हारी उलझी उलझी इन लटों को संवारता है
तुम्हारा वो हेयरबैंड मुझे फ़ूलों का गजरा लगता है

जो तुमने असाइनमेंट के लिए मुझसे कॉपी मांगी
ये मौसम गुलाबी और सूखा हर पेड़ हरा लगता है


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