लुटेरा राजा

कल तक जो तड़ीपार थे आज दरबारों में आ गए है
चोर निकम्मे डाकू गुंडे ये सारे सरकारों में आ गए है

जब से इन मगरिबी सौदागरो  के चक्कर  मे  पड़े है
लोगो के बचे खुचे समान  भी बाज़ारो में आ  गए है

लूट खसोट करके जिन्होंने अपनी पीढियां पाली है
उन चोरों के नाम वतन  के चौकीदारों में आ गए है

जिससे बचा के रखा था मुल्क को खिदमतदारो ने
वो सियासी जहर अब सावनी फुहारों में आ गए है

सबसे कहा करते थे साहेब मैं गरीब माँ का बेटा हूँ
अब वही गरीबी बेचने वो महंगी कारो मे आ गए है

कल  तक तो  ये चर्चे सिर्फ सियासी  गलियों में थे
अब निकम्मेपन के समाचार अखबारों में आ गए है

खौफ से जो सैकड़ो  हज़ारो माफीनामे लिखते थे
उन बुजदिलो के  वंसज अब दस्तारो में आ गए है

अनपढ़ अंगूठा  छाप  सारे के सारे रहनुमा बन बैठे
और  शहर के  सारे पढ़े लिखे बेकारों में आ गए है

पांच साल सियासतदान अपने चेहरे  लिए घूमते थे
चुनाव  आते ही सभी  अपने किरदारो में आ गए है

इस अस्पताल के डॉक्टर सारे बीमारों में आ गए है
और सभी गधे अब  यहाँ के  हरकारों मे आ गए है




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