जवानी ज़िंदाबाद
गूंगेपन के दौर में तखरीरो की हर जुबानी ज़िंदाबाद
इंकलाब की मिशाल लिखती हर कहानी जिंदाबाद
बुझ गयी है इस वतनपरस्ती की जो आग सीनों में
उस राख से भी बारूद बनाती हर जवानी ज़िंदाबाद
इंकलाब जिंदाबाद और इंकलाबी रवानी जिंदाबाद
रग रग में मेरे बह रहा जो वो लहू तूफानी जिंदाबाद
इस वतन का हर दीवाना और हर दीवानी जिंदाबाद
मिट्टी में सोये मेरे पुरखो की हर निशानी जिंदाबाद
शहंशाह को ललकारती वो रूह नागहानी जिंदाबाद
अंधेरो से लड़ रहे चिरागों की वो गुमानी जिंदाबाद
प्रताप अकबर हर्ष सा देश का हर सानी जिन्दाबाद
दुर्गा भाभी सी कुर्बानी वाली हर सयानी जिंदाबाद
बादशाह को हटाने की जो कसम है ठानी जिंदाबाद
ये तलवार जिन्दाबाद,तलवार की मियानी जिंदाबाद
हमने जो दिया है वतन पर हर वो कुर्बानी जिंदाबाद
शहादत की जो आ रही है वो हवा सुहानी जिंदाबाद
भगत,आज़ाद बिस्मिल लक्ष्मी सी मर्दानी जिंदाबाद
सूर्यपुत्र कर्ण जैसा धरा का वो परमदानी जिंदाबाद
मथुरा द्वारिका और बृज की पावन धानी जिंदाबाद
गीता ज्ञान धारक यदुनन्दन सा परमज्ञानी जिंदाबाद
है नशों में जो बह रहा मेरी वो लाल पानी जिंदाबाद
हर जवानी, हर कहानी और हर बयानी जिंदाबाद
रेजांगला में वीर बेटे अहीर वो अभिमानी जिंदाबाद
लौंगेवाला में सिक्खों के मुह की गुरबानी जिंदाबाद
सारागढ़ी के सिक्ख कौम की हर कहानी जिंदाबाद
शेरशाह मनोज पांडेय की दी हर कुर्बानी जिंदाबाद
Comments
Post a Comment