इश्क़ बड़ा हरजाई है
आज फिर बात वही पर आयी है
की उसका इश्क़ बड़ा हरजाई है
इस राह पे जो भी चल निकला है
हा उसने राह में ठोकर खायी है
दिल उसको अपना क्यूं तू समझे
वो लड़की तुम्हारी नही, पराई है
आज फिर बात वही पर आयी है
की उसका इश्क़ बड़ा हरजाई है
उसकी बातें उसकी यादे,कैसे भुलाऊँ वो मुलाकाते
दिन सब उसके नाम किया है,उसकी है मेरी ये राते
हा बात ये सबको सुनी सुनाई है
की उसका इश्क़ बड़ा हरजाई है
क्यो तू देखे उसकी राहे,तेरी नही है उसकी ये बाहें
दिल मेरे ना कर नादानी,तेरी नही वो क्यू तू बुलाये
हा सब ने कहानी ये दोहरायी है
की उसका इश्क़ बड़ा हरजाई है
दिल ये मेरा उस ही पुकारे,आंखे बस उसे ही निहारे
हा ये यादे सांसे चलाये, जीता हूँ मैं उसके ही सहारे
ये बात मुझे समझ अब आयी है
की उसका इश्क़ बड़ा हरजाई है
आंखे जैसे नशे के प्याले, हम कैसे खुद को संभाले
मांगू दुआ मैं खुदा से यही की उसको तू मेरा बनादे
खुदा ने मुझको बात ये बताई है
की उसका इश्क़ बड़ा हरजाई है
आज फिर बात वही पर आयी है
की उसका इश्क़ बड़ा हरजाई है
इस राह पे जो भी चल निकला है
हा उसने राह में ठोकर खायी है
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