मोहब्बत हो जाएगी

मेरे बारे में सोच के उसकी आंखें बादल हो जाएगी
उसे मुझसे मोहब्बत आज नही तो कल हो जाएगी

वो  लड़की  मेरे  चेहरे पर आता आँचल हो जाएगी
कभी  काजल तो कभी छमकती पायल हो जाएगी

गाँव की पगडंडी पर अक्सर  वो मेरी राह निहारेगी
मेरे  इंतेज़ार में वो  पगली जरूर पागल हो जाएगी

जिस तरह मैं उसके दीदार के लिए बेचैन फिरता हूँ
एक दिन इश्क़ में वो भी मेरी तरह बेकल हो जाएगी

मेरी याद में उसके अश्क बहेंगे उसका दिल तड़पेगा
वो बेकरार होगी उसके  दिल में  हलचल हो जाएगी

जैसे  शमा  के  लिए  पागल  परवाने  जल  मरते है
परवानो की तरह वो  बेकरार  पल  पल हो जाएगी

यूँ तख्त पर बैठ  मजलूमो को सताना  छोड़ दो तुम
वरना पाँव के  नीचे की  जमीन  दलदल हो जाएगी

आज  जो  ये पगली  सूत सी  मुझको  जला रही है
है  यकीन मुझको वो  मेरे लिए मलमल  हो जाएगी

जख्मी दिल ले उसकी गली में खड़ा हूँ सिर्फ इसलिए
एक दिन वो भी मेरी  मोहब्बत में घायल हो जाएगी














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