मैं ख़ामोश हूँ

जख्म जो तुमने मुझको दिया वो तो कभी सिला नही
तुम जैसा बेवफा जहान में किसी को कोई मिला नही 

खमोश बस इसलिए  हूँ कि दुनिया ये तमाशा ना देखे
तुम ये कभी भी न समझना कि मुझे तुमसे गिला नही

तुम बस कहती जाओ और मैं बस तुमको सुनता जाऊं
ये समझ लो अब हमारे बीच वो हसीन सिलसिला नही

सौ सौ ठोकरें खाने के बाद हमने ये फैसला लिया है कि
तुझ जैसी बेवफा का इस दिल मे कोई दाखिला नही


जो मन मे आता है आते हो जो मन में आता है जाते हो
साहेब ये दिल है मेरा रास्ते में  चलता काफिला  नही


बस  मीठी  मीठी बातों से फुसलाने की ताक मे रहते हो
ये घर है मेरा झूठे वादे  सुनने  वाला लालकिला नही

हज़ारो रुसवाईयाँ और मुश्किलें हमने जहान में देखी
तुम्हारी बेवफाई से बड़ी यहाँ और कोई इब्तिला नहीं

चाह कर  भी तुम्हारी  यादों से निकलना नही चाहता
मुझे इस दुनिया में तुम्हारे जैसा कोई और मिला नही

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