कैसे भुलाऊँ उसे
हर वक़्त दिखाई देती है वो लड़की मेरी याद में शामिल है
कैसे भुलाऊ उसको जो पगली मेरी बुनियाद में शामिल है
मेरी हर दुआ मंजूर करने वाले उस खुदा को भी मालूम है
उसकी सलामती की दुआ मेरी हर फरियाद में शामिल है
कैसे अलग करू वक़्त बदलने पर मैं उसके दिए तोहफों को
उसकी दुआएं मेरी इस शख्शियत की जियाद में शामिल है
खुशी की हर खबर मेरे पास उसके चेहरे के साथ आती है
उसकी मौजूदगी का एहसास मेरी हर शाद में शामिल है
उसकी मोहब्बत के सिवा हमने कभी कुछ चखा ही नही
ऐसा जायका उनकी चाहत के खट्टे मीठे स्वाद में शामिल है
मत आना मेरे इस दिल में कभी, तुम डूब जाओगे इसमें
इश्क़ और प्यार का सैलाब यहां भारी तादात में शामिल है
एक न एक दिन तुम मेरे इस आगोश में जरूर आओगी
तुम और तुम्हारी चाहत मेरी मांगी हर मुराद में शामिल है
जो भी देखता है इन्हें सिर्फ और सिर्फ अपना समझता है
तुम्हारी ये मुस्कुराहट मोहल्ले के हर फसाद मे शामिल है
मेरी रग रग से उसकी ही आवाज आती है, वो लड़की
मेरे जिस्म में है रूह में है और मेरे दिलनिहाद में शामिल है
जो देखता हूँ गिलास में उसका ही अक्स नज़र आता है
वो लड़की मेरे छलकते पैमानों की किमाद में शामिल है

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