इश्क़ की हवा
ये इश्क़ की हवा है सनम चारो ओर बहती है
गौर से सुनो ये तुझसे दिल का हाल कहती है
दिलो में सदा तुम्हारे बस याद मेरी रहती है
मोहब्बत की शमा भी आंधियो में जलती है
मेरी नज़र ने तुम्हे आंखों में गिरफ्तार किया
मेरे दिल ने तुम्हारे दिल से ये करार किया
है कौन ऐसा जो तुमको नापंसद करे
तुम्हे आंखों में क्यो न कोई बंद करे
आसमा की परियां तेरे संग की दुआ करती है
ये इश्क़ की हवा है सनम चारो ओर बहती है
तेरे बगैर मेरा इस जहां में गुजारा क्या है
बिना तेरे इस आसमां का नज़ारा क्या है
निभाई सारी मोहब्बत में खायी कसमे
सारे वादे,सारी बाते, हा वो सारी रस्में
बाग की कली भी तेरी इस अदा पे मरती है
ये इश्क़ की हवा है सनम चारो ओर बहती है
मोहब्बत में तेरी नज़र भी सनम बेकररार रहे
तुझको भी सिर्फ मेरे आने का इंतज़ार रहे
नही जहाँ में तेरे जैसा कोई और हसीं
मेरी निगाहों को सनम बस तू ही जंची
की फ़िज़ा भी तेरी खुशबू से जानम महकती है
ये इश्क़ की हवा है सनम चारो ओर बहती है
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