Posts

Showing posts from July, 2021

गुलशन कि खुशबू

वो लड़की मेरी है

उसका इंतेज़ार

मिले चाहतों को तेरी मोहब्बत

बदनसीबी

लाल इंकलाब

उम्मीद का फूल

क्या कहूँ तुमसे

जानेजाना मेरी जान

मैं ख़ामोश हूँ

ऐसे जो देखा मुझे

आपका गुलाम

अपना बनाने आ जाओ

कैसे भुलाऊँ उसे

आंखों के नूर

जरूरत क्या है

टीपू

अगर इज़ाज़त हो

शायर कहो या दीवाना

आने की खबर

मोहब्बत हो जाएगी

मजहब और सियासत

प्यार का नेटवर्क

इश्क़ की हवा

पैदायशी बेवफा

इकरार

कुछ तो बात है

बेहिजबाना

शेर

जमीर का खरीददार

बाज के बच्चे मुंडेर पर नही उड़ते