एक तरफा मोहब्बत

खयालो में  ही  सही  पर सोहबत तो है
एकतरफा ही  सही पर मोहब्बत  तो है।

जानता हूँ तुम इज़हार नही कर सकती
पर हमे इकरारे इश्क़ की इजाज़त तो है।

हममे चाहत नफरत की तिज़ारत तो है
मुझको इश्क़ और तुम्हे शिकायत तो है।

मुमकिन है हम आशियाना बना न सके
पर दरमियां हमारे वो बूढ़ी इमारत तो है।

आप भी सोचती हो मेरे बारे में अक्सर
चलो हमपे आपकी इतनी रहमत तो है।

मेरी आँखों मे  आंशू  तुम्हारे नाम के है
खुदा की मुझ पर  इतनी इनायत तो है।

अभी दोनों जुदा नही हुए एक दूसरे से
हममे  मोहब्बत न सही सियासत तो है।

तुम्हारी खुशियाँ भी अपनी सी लगती है
रिश्ते में चलो अभी इतनी मुरव्वत तो है।

शहरों पर न सही दिलों पे हुकूमत तो है
रुतबे  में  आज भी वो  बादशाहत तो है।

बेतख्त  फरमान  देने की हौसियत तो है
बेताज भी  बादशाह सी शख्शियत तो है।







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