ना आसमान में लगेगा न जमीं पर लगेगा
ना कही आसमान में लगेगा ना ही जमीं पर लगेगा
ये आपकी नज़रो का वार है, सिर्फ हमीं पर लगेगा
कल रात जिस तरह से देखा तुमने मुझको छत पर
मैं समझ गया मेरे कत्ल का इलाज तुम्ही पर लगेगा
यूँ अकेले में ले जा कर रुसवा मत करो तुम मुझको
जो करना है तो इसका बाजार भी यहीं पर लगेगा
कल वस्ल की रात थी,तुम्हारी बात शुरू ही हुई कि
किसी ने कहा चलो अब ये जिकर रात भर चलेगा
तुम्हारी मुस्कान पे भी लोग अपना सब लुटा देते है
यकीन मानो अब महसूल तुम्हारी हँसीं पर लगेगा
छत पर आ ही गयी हो तो चांदनी भी खुद आएगी
अब तारो का आशियाना भी यहीं कहीं पर लगेगा
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