खिलौना
जो मेरे हुजरे में आये हो तो कुछ लेकर जाओ
या तो ये जिंदगी ले लो या ये मौत देकर जाओ
परवाह नही मुझको अब किसी भी अंजाम की
अब शय मात के सारे खिलौने समेटकर जाओ
खूब वाकिफ हूँ तुम्हारे इन बाज़ारी इशारों से
ये इश्क़ मुहब्बत के सारे धंधे लपेटकर जाओ
एक यही शर्त है आज तुम्हारे यहाँ से जाने की
अगर मेरे पास तुम आये तो मेरे होकर जाओ
है हाथ खुले हुए दोनों मेरे कोई एक थाम लो
या आशियाना बना लो या बेघर होकर जाओ
बहुत आरामदेह है मेरी आंखों का ये कमरा
चाहो तो जागते रहो चाहे थोड़ा सोकर जाओ
मर्जी तो सिर्फ तुम्हारी है जो चाहे बन जाओ
या रकीब बन जाओ या रहबर बनकर जाओ
दिल के सारे दरवाजे खुले हुए है मेरे कब से
चाहो ना आना चाहो कुछ दिन रहकर जाओ
जा रहे हो जाओ तुम्हे मैं हरगिज रोकूंगा नहीं
पर कब वापस आओगे हमे ये कहकर जाओ
मोहब्बत से आधी अधूरी झोली तेरे सामने है
या सब कुछ लूट लो या इसको भरकर जाओ
आने जाने की रीत है अब जाना पड़ेगा तुम्हे
थोड़ा मुस्कुरा कर तो थोड़ा लड़कर जाओ
मिलने आये हो दिल अपने चाँद पर रख कर
लो चांदनी के लिए ताजमहल लेकर जाओ
जाना तो तुम्हारी फिदरत में शामिल रहा है
पर जाते जाते एक बार तो पलटकर जाओ
आसमान भी कम ऊंचा है तुम्हारी उड़ान से
शोहरत के सारे तारे ज़मीं पे गिराकर जाओ
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