बेमिशाल

तेरी आँखों ने जो पूछा ये है कैसा सवाल है जानी
जो जवाब दे दिया फिर बवाल ही बवाल है जानी

कोसिस भी न करना मुझे गैरो के साथ तोलने की
इस शहर में हमारी तो शख्शियत बेमिसाल है जानी

ये झूठ सच सही गलत सब तुम मुझको मत बताओ
इस फनकारी में हम तो पहले से ही कमाल है जानी

सुना तेरे शहर में झूठो का कोई ठेकेदार रहता है
सच बोलते हुए मुझे उसका भी ख्याल है जानी

तेरी ये मोहब्बत बड़ी बाज़ारी लगती है मुझको
जो इस दुकाँ पर आया वो तो अब कंगाल है जानी

इश्क़ व्यापार है सबकुछ लुटाकर उसे हंसाने का
जिसने भी ये सौदा किया वो मालामाल है जानी

जिसे तुमने नज़र उठाकर देखा था कल शाम को
भूल गया वो खुद को हाल उसका बेहाल है जानी

ये बिल्कुल न सोचना की मेरी फिदरत गुलाबी है
इस सीने में सब कुछ सिर्फ लाल लाल है जानी

इतना मत इतराओ मेरे आशियाने को जलाकर
ये मत भूलो की मेरे भी हाथों में मशाल है जानी

आपकी आंखे जाने कितने को बर्बाद कर गयी
जिसने भी नज़रे मिलाई वो तो हलाल है जानी

आपकी आंखों में बस नज़र भरके देखा था मैने 
अब कुछ खास अच्छा नही आपका हाल है जानी

बृजेश यदुवंशी

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