जगाने आया हूँ

जो सो गए है उन लोगो को नींद से जगाने आया हूँ
ये जो मेरी आवाज है  सिर्फ तुमको सुनाने आया हूँ

सुनने  वालों ने तो  कब की सुन ली मेरी सारी बातें
पर जिद है जो  तुम जैसे  बहरो को सुनाने आये है

ये  इस परदे के पीछे  कुछ छिपाने से क्या फायदा
इसके पीछे  की बातें  हम सभी को बताने आये है

कुछ तो आग हमारे भी सीने में जल ही रही है,जो
हम भगत आज़ाद बोस के किस्से दोहराने आये है

मत खेलो  इस जलती हुई  आग से, जल जाओगे
हाथो में पानी लेके हम तुम्हे यही समझाने आये है

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