बहरों को सुनाना है तो जरा जोर से बोलना सीखो
जो कमजोर है, अब तुम उनकी ओर से बोलना सीखो
गर बहरों को सुनाना है तो जरा जोर से बोलना सीखो
जो तुमसे जैसे पेश आये उनसे भी वैसे ही पेश आओ
जो जिस तौर से बोले उनसे उस तौर से बोलना सीखो
दुनिया के बनाये हुए दस्तूरो को अब तोड़ना जरूरी है
जिस छोर पे खामोशी छाए,उस छोर से बोलना सीखो
सब कुछ बस उस चाँद को बताने से बात नही बनती
ये सब दिल की बाते है, कुछ चकोर से बोलना सीखो
लूटी हुई तिजोरियाँ देख कर कब तक मातम मनाओगे
ये जिस चोर की हरकत है,उस चोर से बोलना सीखो
जिसने दिलाये है सबकी आंखों में आंसू ,ये हकीकत
साहब के नाजुक हाथों में बैठे मोर से बोलना सीखो
जिसने अपनी सरपरस्ती में फैलाया ये मौत का मंजर
उसकी सारी गलतियां उस सिरमौर से बोलना सीखो
बस चुप रह कर देखने से सच्चाई सामने नही आती है
लिपटे हुए सांपो की सच्चाई पटोर से बोलना सीखो
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