लड़ना होगा

हार जितनी मिले जीत का दम  उतना  भरना  होगा
कश्तियां डगमगाये लहरों में तब भी सम्भलना होगा

जो हालातो से डरकर भाग पराए तेरी वो कौम नही
तलवारे अगर टूटी हुई है तो भी तुझको लड़ना होगा

ये तूफान ये आंधिया तुम्हे हटाने की कोसिसे करेंगी
पर अब जो पतवार थामा तो उस पार उतरना होगा

अबकी बार कश्ती लेकर जो समुन्दर से तू टकराया
उसकी पागल लहरों को भी  तेरे आगे ठहरना होगा

अबकी बार  जो इन हाथो ने  मुट्ठी बांध ही लिया है
तो इसके एक वार से  पर्वतो को भी बिखरना होगा

भर सीने में दम उतना  की जर्रा  जर्रा थर्राए तुझसे
तेरी दहाड़ से शत्रु के शामियानों को उखड़ना होगा


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