उसके आने की जब बात चले

उसके आने  की जब  भी  बात चले
उसकी खुशबू भी हवा के साथ चले
शाम भी चले और ये सुबह भी चले
उसके इशारे एक पे ये दिनरात चले


उसकी गर्मी से सारा नज़ारा पिघले
वो जब भी हसे तो ये सूरज निकले
जुल्फ जो लहरें तो ये  बरसात चले
उसके आने  की जब  भी  बात चले
उसकी खुशबू भी हवा के साथ चले


नज़रे जब मिलाये जो जमाना खोये
और नज़रे जो उठाये तो सवेरा होये
उससे कदम मिलाके कायनात चले
उसके आने  की जब  भी  बात चले
उसकी खुशबू भी हवा के साथ चले


वो देखे तो हर बाग और कली गाये
उसके पलके झुकाने  से शाम आये
वो मुस्काये तो फूलों की बारात चले
उसके आने  की जब  भी  बात चले
उसकी खुशबू भी हवा के साथ चले


वो है जिंदगी का एक  हसीन गहना
उससे है मेरी सांसे मेरा हँसना रोना
उसके ही दम से मेरी ये हयात चले
उसके आने  की जब  भी  बात चले
उसकी खुशबू भी हवा के साथ चले

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