जो आज मेरे नाम है

वो कल किसी  और का होगा, जो आज मेरे नाम है
यहाँ के एक एक शख्सियत  का बस यही अंजाम है

जिसको भी जैसे  चाहा इसने उसको वैसे नचाया है
ये वक़्त है, ऊपर बैठा वो खुदा भी इसका गुलाम है

कल जिसने मशहूरियत और बुलंदी की सितारे छुए
आज वही शख्स ना  जाने किस शहर में गुमनाम है

मुझे किसी  से कुछ  छुपाने  की  जरूरत ही नही है
आकर देख लो, मेरे पास जो भी है, सब सरेआम है

वो क्या कहते हो की,सफाई दूं आपके इल्जामो पर
अजी छोड़िये मुझको कुछ दूसरे भी जरूरी काम है

वक़्त से पहले और  किस्मत से ज्यादा नही मिलता
जिसने भी इसे झूठ  माना  जहां में उसी का नाम है

कुछ और काम करवाना  है मुझसे तो  करवा लेना
पर ये मोहब्बत हमसे ना होगी इसमे बहुत  झाम है

क्या हुआ तुमको,आज फिर से जलील हुए हो क्या
कोई नयी बात नही, ये तो तुम्हारा रोज का काम है

किस किस से  हाँकेगा तू  अपनी तारीफो के किस्से
तुम्हारे जहिलियत  की चर्चा  तो शहर में सरेआम है

सभी से  डरता है और  सभी की  बाते भी करता है
तेरी सिर्फ यही आदत है, जिसके लिए तू बदनाम है

जो सब तुम्हारे सामने बोलने से अक्सर डर जाते है
वो सच बोला है तो अब बता मेरे लिए क्या इनाम है

फांसी पर लटकाओगे  या, मुझे सूली पर चढ़ाना है
बता मेरे लिए सजा के तौर पर क्या क्या इंतेज़ाम है

किसे बांटने की कोसिस में लगे हो ,ये हिंदुस्तान है
यहाँ हिन्दू के अल्लाह तो  मियां के दिल  में राम है

दिवाली में बसते अली  तो रमजान में बसते राम है
बस हमारी इसी खूबसूरती का ही नाम हिंदुस्तान है












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