हारे हुए सिकंदर
दरबार मे अपने साहब को हारे हुए सिकंदर अच्छे लगते है
इन्हें न देखने, न सुनने न बोलने वाले बन्दर अच्छे लगते है
अजीब रिवाज है दीने इलाही आपके आलीशन महल का
यहां के खरगोशो को नालियों के छुछुन्दर अच्छे लगते है
आपमे कुछ नवाबी शौक तो मुझको भी दिखते है हुज़ूर
जो दरबारियो के लिए आपको सिर्फ बन्दर अच्छे लगते है
आपको जाने क्यों बस कागजी कलन्दर अच्छे लगते है
और पास की दरिया छोड़ दूर के समुन्दर अच्छे लगते है
कुछ अलग ही खून उबाल मार रहा है मेरी रगों में अब
जो उड़ने के लिए मुझे तूफान भरे बवंडर अच्छे लगते है
बड़े खोखले से लगते है आपके सारे वजीर और आला
सुना है आपको सिर्फ कागज के कलन्दर अच्छे लगते है
नियत आपकी भी कुछ खराब सी ही मालूम होती है हमे
अपना छोड़के आपको दूसरों के हमसफ़र अच्छे लगते है
जन्नत की परियो और हूरों से भर दो तुम हमारे आंगन को
पर हमें तो सिर्फ और सिर्फ अपने रहबर अच्छे लगते है

Comments
Post a Comment