खंजर

एक ही नही दो चार ले लाओ, तुम मेरे कत्ल का हथियार ले आओ
हाथ में खंजर दिल मे फरेब,और साथ में अपना नया यार ले आओ
आज  तुम्हारा  हर  इम्तेहान  देने  के   लिए  यहाँ  मैं  तैयार  बैठा हूँ
मैं तैयार हूँ लगाने को हर बाजी,तुम सिर्फ अपना
किमार ले आओ

ये करार दो तरफा है गर तो मैं अकेले ही क्यों सारी रश्में निभाऊं
अगर मैं बीमार  हूँ बहुत  तो तुम भी इश्क़ में थोड़ा बुखार ले आओ

तू कहती है कि मिल जाएगी मुझको दूसरी कोई बिल्कुल तुम जैसी
मुमकिन हो जाएगा जाओ जाके तुम्हे बनाने वाला कुम्हार ले आओ

जो सुहाने लगते थे मुझको जिनपे अपनी जान छिड़कता था अक्सर
थक गया हूँ तुम्हारे इन तेवरों से जाओ कोई और किरदार ले आओ

अब  इतनी  आसानी से तो मेरे बदन के पार नही जा सकता है ये 
खंजर पुराना हो गया तुम्हारा जाओ जाकर इसमें नई धार ले आओ 

ये इश्क़ का मामला है इसमें पढ़े लिखो का कोई काम ही नही है
अगर इसे पढ़ना समझना है तो अपने साथ एक गवार ले आओ

तुम सोचती हो कि आज भी मैं परवाने सा तुमपे जल कर मारूंगा
शमा तुम  खुद पर जलने के लिए अब कोई नया शरार ले आओ

आप चाहती है  कि हम फिर से तुम्हारे आगोश में वापस आ जाये
मुमकिन है पहले अपनी मोहब्बत की पुरानी वाली फुहार ले आओ


क्यो आज यकीन दिला रहे हो मुझको तुम अपनी वफ़ाओ का
यकीन करना आसान नही,जाओ पहले खोया हुआ ऐतबार ले आओ

अगर चाहती हो की मेरी चाहत भी भरपूर हो जाए तुम्हारे लिए
गर मुमकिन हो  तो जाओ  अपना  पहले के जैसा  प्यार ले आओ

Comments

Popular Posts