किस्मत
तुम्हारे इस गुस्से के बदले तुम पर हमको मोहब्बत आ गयी
तुमसे मिलने की बाते करने की मेरे मन मे हसरत आ गयी
बस यही तमन्ना था कि कभी एक दो पल तेरे साथ गुजारूं
पर मिलने से पहले ही बारिस बन के मेरी किस्मत आ गयी
तेरी बेवफाई के किस्से ऐसे ही लिखे है सारी दीवारों पर
सोचा की मिटा दू इन सब को पर बीच में नफरत
आ गयी
मिटाये जा रहे हो इतिहास से अपने गुनाहों की तस्वीर को
बड़े जल्दी में दिखते हो साहब ऐसी क्या आफत आ गयी
ऐसा नही की आपने नही सोचा होगा मेरी तरक्की के बारे में
आप कुछ करते की बीच में आपकी ये फिदरत आ गई
यूँ तो हमने एक एक करके पकड़ा था भगवान के चोरों को
मगर फिर चोरों को बचाने की तुम्हारी ये आदत आ गयी
पहले तो सिर्फ तुम लोगो की जेबो से तुम चुराया करते थे
अब तो भगवान के घर भी चोरी की तेरी शिकायत आ गयी
मेरी अधूरी ख्वाहिशे कतार लगा कर खड़ी थी तेरे दरवाजे पर
ये पूरे होंते कि शायद किसी और कि आहट आ गयी
तुम्हारे करम बिगाड़ देते तुम्हारी इस पूरी शख्शियत को
तुम बेआबरू होने ही वाले थी कि मेरी इबातत आ गयी
होली ईद दीवाली रमजान सब एक साथ मनाए जाते तब
हिन्दू मुस्लिम एक होने ही वाले थे कि ये सियासत आ गयी
लोगो की मजहबी नफरतो ने तुम्हे बैठाया है इस तख्त पर
ऐसे ही फैलाकर कौमी नफरत तुममे ये ताकत आ गयी
तुम्हारी रुसवाई का नज़ारा बड़े ही धूमधाम से निकलता
की रकीबो की महफिल में तुमपे खुदा की इनायत आ गयी
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