बबम बम भोले

ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृ त्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ।


जय हो  त्र्यम्बक  श्री  त्रिलोचन
नमो नमो शिवाय श्री चन्द्रशेखर
विराजे हो कैलाश पर तुम प्रभु
जय हो तेरी उमापति श्री गंगेधर


बबम बम भोले भोले  डमग डमग डमरू डोले
अनिष्ट सब नाश होवे महादेव जब आंखे खोले

बदन में भस्म लगायें,डम डम दम डमरू बजाए
नरमुंड माल है बनाये माथे पर चंद्रमा को सजाए
जग को मिल जाती  मुक्ति हो जाते सब  पावन
जब मेरा भोला भंडारी  जटाओं से  गंगा बहाए
महाकाल रूद्र हो तुम सृष्टि संहारक जग बोले
बबम बम भोले भोले  डमग डमग डमरू डोले
अनिष्ट सब नाश होवे महादेव जब आंखे खोले


सांवला वर्ण कण्ठ नीला, मेरा भोला है सजीला
आंखों से तेज़ चमकता,पहने है सांपो की माला
अघोरी अखण्ड है वो अहिर्बुध्न्य अष्टमूर्ति शाश्वत
गले मे बासुकी लटकाए धारण किये मृग  छाला
मेरे कष्ट हरो बासुकीनाथ मेरे डमरू वाले भोले
बबम बम भोले भोले  डमग डमग डमरू डोले
अनिष्ट सब नाश होवे महादेव जब आंखे खोले


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