जहमत

बरसो तक जला हूँ आग में तब आज ये हालात बने
जो मेरे दिल मे था वो ही उनके दिल मे जज्बात बने

खैर इस तरह से  सोचना मुमकिन नही तेरे बारे में।
जो आंखों में झांकने की जहमत उठा तो बात बने।

एक खालीपन सा बिखरा हुआ है तेरे इस मैखाने में
जो तुम साकी बनो फिर कुछ यादगार ये रात बने

बहुत मुसाहिब फिरते है शाह बनकर इन गलियों में
सब दफ्न हुए कब्र में या श्मशान में जलके राख बने

शामाओ पर मरने से परवाने की तरतीब नही बनती
कुछ दिलजले साथ आये तो आशिको की जात बने

इतना इतरा मत अपनी इस शोरगुल वाली जीत पर
बहती हवाओ के रुख बदलते ही फतह भी मात बने

उनकी आंखें में सिमटे है जाने कितने धनक के रंग
उनकी नज़रो का इशारा इश्क़ के सैकड़ो लुगात बने

इस माथे की बिंदिया में चमक है हज़ारो सूरज की
उनके आंचल के तले लाखो कश्मीर ए निशात बने

कल तक जिसे देखकर मेरा गम खत्म हो जाता था
न जाने कैसे वही सोख सी हंसी मेरी कत्ले गात बने

कुछ यूं खेलने की ख्वाहिश है इस जिंदगी के साथ
मोहरे हो तेरे सारे रकीब और हम इनके बिसात बने

तेरे नूरानी चेहरे की हंसी का असर बड़ा बेतरतीब है
कभी ये मेरी जिंदगी बने तो कभी ये मेरी वफात बने

तुम्हारे दिये दगाओ को मैंने घर का तोरण बनाया है
जो जख्म दिए वो सारे घायल दिल के जेवरात बने

कल तलक जिन वादों ने मेरे जख्मो को खुरेचा था
आज इस मोड़ पर वही मेरी जिंदगी के हयात बने

डर कर बर्क से वो मुझसे लिपट गयी चांदनी रात में
मेरी खुशनसीबी है जो  आगोश में ऐसे लम्हात बने







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