उनकी याद आयी है

बड़ी यादों के साथ आज फिर उनकी याद  आई है,
पर  ये याद भी  उनके  चले  जाने  के बाद आई है।

मेरे  साथ  जरा  इन  बदलो  की बेईमानी तो देखो,
मेरा घर जल जाने के बाद शहर में बरसात आई है।

एक मुद्दतब के बाद  आज  वस्ल की रात आयी है
वो यहां आयी तो  है मगर किसी  के साथ आई है।

वक़्त  का  ये करिश्मा  भी देख लो दुनिया वालों,
मेरी कातिल मेरे पास लेके अपनी फरियाद आई है।

तू अपने हाथों में थाम के किसी का हाथ आई है।
आधी अधूरी सी क्यों ये हमारी मुलाकात आई है

खुदा का शुक्र है जो मेरी इतनी तो हैसियत हुई है,
आज  उनके  होंठो  पर  मेरी भी की बात आई है।

बस एक दूजे की आंखों में देखते रास्ता कट जाए,
बड़ी मिन्नतों  के बाद  ये सफर वाली रात आयी है।




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