दुपट्टा
एक तो नाजुक दिल उसपे तेरा यूँ मुस्कुराना गजब है।
एक वार से घायल कर आंखों का यूँ इठलाना गजब है
एक तो बादल बरस बरस कर पहले ही खाली हो चुके
उस पर तेरा ये रेशमी लाल दुपट्टा लहराना गजब है
आते जाते रास्तो से हमको इशारे से बुलाना गजब है
फिर एक कोने से छुपके तेरा नज़रें मिलाना गजब है
वादा तो था कि मिलकर सारे गिले दूर करोगे तुम मेरे
फिर शिकायत और शिकवे हमी को सुनाना गजब है
आंखों का अब यूँ मचलना भी इनकी बाजीगरी ही है
अदा से पहले पलके उठाना फिर हया से गिराना गजब है
बिना कुछ कहे ही तुम्हारे सारे इशारे मैं समझ गया था
फिर शरमाके दांतो से अपने होंठो को दबाना गजब है
तेरा आना क़यामत है तेरा जाना भी एक क़यामत है
उस पर जाकर आना फिर आकर चले जाना गजब है
तेरी मशहूर वादा परस्ती के कायल तो यहाँ हम सभी है
वादा करके छत पे बुलाना फिर मुकर जाना गजब है
बड़ी होशियारी है तुममे दुनियादारी भी खूब जानती हो
फिर इन चांदनी रातों में तुम्हारा बहक जाना गजब है
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