नारी

नारी तुम भक्ति हो श्रद्धा हो वंदनीय हो
सर्वश्रेष्ठ हो तुम विश्व मे अग्र पूजनीय हो

तुम दुर्गा हो चंडी हो तुम खप्पर वाली हो काली
तुम ही अनसुइया बन जग में भरती हो उजियाली
तुम अहिल्या हो सावित्री हो तुम हो झांसी की रानी
तुम में सकल विश्व समाया तुम हो आशीष वरदानी
कर्म क्षेत्र में धर्म क्षेत्र में तुम सर्वत्र अग्रणीय हो
नारी तुम भक्ति हो श्रद्धा हो वंदनीय हो
सर्वश्रेष्ठ हो तुम विश्व मे अग्र पूजनीय हो

तुम्हारे हिय में स्नेह त्याग संघर्ष सदा ही समाया है
संकल्प परिश्रम इच्छा से तुमने खुद को बनाया है
रीति रिवाज बेड़ियों के बंधन तुझे बांध न पाते है
तेरे संकल्प की ऊंचाई को ये भी साध न पाते है
मन से सुंदर तन से सुंदर तुम सदैव ही दर्शनीय हो
नारी तुम भक्ति हो श्रद्धा हो वंदनीय हो
सर्वश्रेष्ठ हो तुम विश्व मे अग्र पूजनीय हो


टेरेसा दुर्गा सावित्रीबाई बन तूने सदा संघर्ष किया
नित्य समाज जनमानस का तूने सदा उत्कर्ष किया
मित्र माँ और बहनों का अक्स तुमसे ही झलकता है
उपवन के सुंदर पुष्प सा ये साया तुम्हारा महकता है
तुम रूपवान हो तुम गुणवान तुम प्रसंसनीय हो
नारी तुम भक्ति हो श्रद्धा हो वंदनीय हो
सर्वश्रेष्ठ हो तुम विश्व मे अग्र पूजनीय हो

Comments

Popular Posts