सुकून
सुकून कहके उसने मुझको नया काम थमा दिया
तौबा किये इन होठो को फिर से जाम थमा दिया
नशा जहन से जो उतरा उसका तो हमने ये जाना
सुबह कहकर मेरे हाथो में उसने शाम थमा दिया
कुदरत की मेरे साथ की इस साजिश को तो देखो
जो बदनाम था पहले से मुझे वही नाम थमा दिया
खुशी और हसने के पल तो तूने छुप छुप के दिए
दौलते गम जमाने के सामने सरेआम थमा दिया
जब तक बुलंदी पे ना पहुँचा बड़े चर्चे होते थे मेरे
इस उधार की शोहरत ने हमे गुमनाम बना दिया
खुदा के घर मे तुम्हारी चालाकी भी क्या खूब है
सारी दुआ खुद ले कर मुझे सलाम थमा दिया
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