Posts

Showing posts from June, 2022

आया रे आया गणपति आया

मोटू गणेशा

सच्चाई नही दिखती

चाँद देखने के बहाने तेरा दीदार करता हूँ

आग को गले लगाए बैठा हूँ

मौसम सुहाना चाहिए

कब से ख्वाब तुम्हारे

आ आंखों में थकान आती है

वो बस मुस्कुराती है

थोड़ा और