जंजीर दे देना
बंधा रहूं तुमसे ताउम्र, मुझको ऐसी एक जंजीर दे देना
इन वीरान रातों को अपनी खूबसूरती का ताबीर दे देना
तुम्हे देखने से मेरी सांसे मुसलसल चलती रहेंगी इलाही
तुम बस तोहफे में मुझको अपनी एक तस्वीर दे देना
ताकि मैं भी सुकून से सो सकूं तुम्हारी आगोश में
एक रोज तुम मुझको अपनी तकिए सा तकदीर दे देना
कज़ा ए आगोश भी हंसते हंसते कबूल कर सकता हूं
तुम अपने हाथो से थोड़ी बीमारी थोड़ी तखबीर दे देना
जंग ए मैदान में मुझको हराया भी जा सकता है जलीश
बस दुश्मन के हाथ में तुम अपने हाथ से शमशीर दे देना
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