तेरी यादों के गहने
मेरी पलकों मे समाये है, तेरे दीदार के सपने
दिल की धड़कन मे कैद है तेरी यादों के गहने
मेरे महबूब ए ईलाही,खबर जो आने की मिले
हर खुशी फिर से मुझको इस जमाने की मिले
आसमा के चांद सितारे,ये जमीं और ये नज़ारे
तेरे सजदे मे झुका दूँ मै तू जों एक बार पुकारे
मेरी आँखों ने है पाले तेरे दीदार की ख्वाहिश
पूरी कर दे आस मेरी, छोड़ दे ये आजमाइश
मेरे साहेब मेरे मुर्शिद, मेरी फरियाद तो सुन
ख्वाब देखे है जो मैने, संग मेरे तू भी वो बुन
मेरे बागो की कली, फिर से एक बार खिले
जीत जाऊंगा मै सबसे जो तेरा इज़हार मिले
मेरे दिल की ये सदाएं ,देती है तुझको दुआएं
हाथ रख दे जो दिल पर तू, चैन मुझकों आये
मेरे ख्वाबो की मलिका,बात बस इतनी बता दे
इश्क़ है जो मुझसे तेरा तो आज सबको जता दे
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