रोशनाई किया करो
आखों को कुछ इस तरह से रोशनाई दिया करो ,
अपनी छत पर कभी तुम भी दिखाई दिया करो ,
देखना कही ये आईना बुरी नज़र ना लगा दे ,
तुम हर रोज इनसे अपनी बलाए लिया करो,
बहुत ही जल्दी तुम इन रईसों में आ जाओगी,
बस दिल में रहना वालो से किराया लिया करो ,
ये चांद को रोज़ आसमा में आना वाजिब नहीं
कभी तुम भी चांदनी बन के दिखाई दिया करो,
तुम्हारी नजरों से घायल कहां कराएंगे इलाज़
तुम खुद ही इन बीमारों को दवाई दिया करो,
ये खुद सारा नूर लेकर चलना मुनाशिब नहीं
इन हूरों को भी अपनी थोड़ी रनाई दिया करो,
जब भी शाम हो तुम खोल देना हुसन के मैखाना
साकी अपने रीदो की कुछ ऐसा बलाई किया करो,
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