जज्बात
बात खतम कर दो सारे जज्बात खतम कर दो
बन सके जिनसे बातें ऐसे हालात खतम कर दो
यादें भी नही मिलना चाहती जब उन लम्हो से
ऐसे सारे लम्हो की सारी तादात खतम कर दो
मुस्किलो के साथ चल चल कर थक गया हूँ मैं
अब सारे रास्तो की सब शुरुआत खतम कर दो
तेरी सब धूमिल सी सुनहरी यादें बहुत दर्द देती है
ऐसी सारी यादों से सारी मुलाकात खतम कर दो
जवाब देना भी अब गवारा नही आपकी महफ़िल में
यहाँ ऐसी महफ़िलो के सारे सवालात खतम कर दो
हकीकत भी बड़ी बनावटी से लगती है इन रास्तों में
मंजिल तक पहुचाने के सारे करामात खतम कर दो
कही बातो की कीमत नही बेजुबान हुक्मरान है
जुबानों की एवज में सारे कागजात खतम कर दो
इरादे बदल भी सकते है इन हथेलियों का लिखा
लकीरो से हार के मायूषी का साथ खतम कर दो
बड़े निकम्मे होते है झूठी तारीफ करने वाले ग़ुलाम
ऐसे भाटो की सारी की सारी जात खतम कर दो
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