देखते है उसे इन किनारों से हम

देखते है उसे इन किनारो से हम
मचल जाते है उन इशारो से हम
स्वर्ग की अप्सरा या आसमां की परी
गुम हुए उसके इन विचारों में हम


देखना है तो नजदीक जाकर तो देखिए
तन्हाइयो में मुझको आजमाकर तो देखिए
आपकी हर कसौटी पर मैं कसता गया
कभी शिकवा सब दिल से भुलाकर तो देखिए


जिंदगी एक दरिये के पानी सी है
सफर की अनकही एक कहानी सी है
वक़्त के साथ बनती बिगड़ती रही
बहुत बदनाम ये मेरी जवानी सी है


आपके ही लिए  तो हर कहानी कही
हर जख्म खाये दिल की बयानी कही
मेरे जख्मो को इतना न तू सरेआम कर
हमने तो तेरे सितम की ढलानी कही


तू देख ले राह में तेरी यही हूँ खड़ा
गयी छोड़ तू जहाँ थी वही हूँ पड़ा
तेरे आने के लम्हो में खुद ही खोया रहा
जीवन के उस हाशिये से नही हु बढ़ा

आपके ख्वाब का एक हिस्सा रहूँ
उफनते चिनाब सा एक किस्सा रहूँ
मौला से मांगे हर एक दुआ की कसम
बदलती ख्वाहिशो का भी मैं हिस्सा रहूँ


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