Posts

Showing posts from August, 2019

1947 में बंटवारे के समय कुछ मूर्खो ने दंगो में शामिल होकर, अपने ही भाइयो को मार काट कर देश के दुश्मनों की भरपूर मदद किया था। आज फिर उसी तरह के कुछ मूर्ख साम्प्रदायिकता फैला कर देश के दुश्मनों की मदद कर रहे है। ये ऐसा प्रभाव है जो देश को तबाह कर देगा। एक ऐसा घाव देगा जो देश को अपंग और अधमरा बना देगी। इस घाव को भरते भरते देश की आम वाली पीढ़ियों की नश्लो की नश्ले तबाह हो जाएंगी, फिर भी ये जहर बेअसर नही होगा। आज़ादी के पहले से जी देश मे बंटवारे और साम्प्रदायिकता के बीज बोने वाले दो गुनाहगारो जिन्ना और सावरकर आज भी हमारे देश के कई लोगो मे जिंदा है, और ये बिल्कुल अपने "क़ायदे आज़म" और अपने "वीर" की तरह देश को उसी मारकाट और उसी हैवानियत के दौर में ले जाने को इच्छुक है।

पैमाने